5G Network In India: देश में 5G नेटवर्क लॉन्च हो चुका है जिसके बाद से ही इंटरनेट की दुनिया में भारत में नया कदम रखा हैं। अभी हाल फिलहाल में भारत के 13 शहरों में 5G नेटवर्क को लागू किया गया जिसके बाद से नई नई जगह पर इसके नेटवर्क टावर लगना शुरू हो गए हैं। कई लोग 5G नेटवर्क के आने से काफी प्रसन्न हो रहे हैं लेकिन इसके उपयोग के साथ-साथ कई हानिकारक प्रभाव भी है जिसके चलते आम जीवन में लोगों की तकलीफ है बढ़ सकती हैं। कुछ समय पहले जब भारत मात्र 3G नेटवर्क पर आश्रित था तब से ही यह अनुमान लगाया गया कि भारत आगे चलकर नए-नए टेलीकॉम नेटवर्क की खोज करेगा। जिससे नेटवर्क रेंज और सेटेलाइट की किरणें अधिक बढ़ेगी। जैसा कि आपको पता है भारत देश जीव-जंतुओं, पशु पक्षियों और अन्य प्राकृतिक चीजों से निपुण है जिसमें 5G नेटवर्क के आने के बाद मुश्किल पैदा हो सकती हैं।
5G नेटवर्क माइक्रो रेडिएशन के साथ-साथ हानिकारक किरणें भी इकोसिस्टम में प्रवाह करता है जिसके चलते प्राकृतिक संसाधनों और पशु पक्षियों को दिक्कत पहुंच सकती हैं। 5G नेटवर्क की टेस्टिंग के दौरान हवा में जहरीला रेडिएशन फैलता है इसके बाद लोगों को सांस लेने में हल्की सी दिक्कत होगी। लेकिन मोबाइल और दूरसंचार सेवा कंपनियां इस दावे को मानने के लिए तैयार नहीं है। हाल ही में 5G नेटवर्क की तुलना कोरोनावायरस से की गई थी जिस पर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने टिप्पणी करते हुए कोरोनावायरस 5G नेटवर्क से नही फैलने की पुष्टि की। साहिब जी नेटवर्क से आने वाली बहुत सारी समस्याएं कहीं ना कहीं तरीके से लोगों के आम जीवन पर असर करेगी। पक्षियों के लिए 5G नेटवर्क की आंशिक तरंगे काफी हानिकारक है जिसे अभी तक कोई भी मानने पर तैयार नहीं है। अमेरिका और कई डेवलप देशों में 5G नेटवर्क पहले शुरू हो गया था जिसके बाद वहां काफी तेजी से पक्षियों के मरने की पुष्टि की गई।
4G नेटवर्क एक तरह से एडवांस टेक्नोलॉजी के चलते वातावरण में आंशिक तरंगों का फैलाव कम करता है लेकिन 5G नेटवर्क इससे बिल्कुल अलग है जहां अत्यधिक तरंगों के साथ-साथ नेटवर्क और अंदरूनी हिस्सों में भी इफेक्ट करता है।
5G नेटवर्क से लोगों के जीवन पर पड़ेगी महंगाई की मार
भारत में फिलहाल 4G नेटवर्क की सुविधा चल रही है जिसकी कीमत आम व्यक्तियों के लिए महंगाई की मार से कम नहीं है। 5G नेटवर्क की सुविधा को चलाने के लिए टेलीकॉम कंपनियों को विविध टावर और सिस्टम सेटअप की आवश्यकता होगी जिसके लिए वह इसका कर्ज आम व्यक्तियों के जीवन पर डालेंगे। अभी 4G नेटवर्क का सामान्य पैक सभी टेलीकॉम कंपनियों को मिलाकर ₹300 के करीब आता है जिसने आपको 4G से संबंधित विभिन्न सुविधाएं मिलती हैं। तो आप कल्पना कर सकते हैं कि आखिर 5G लाने के बाद टेलीकॉम नेटवर्क कंपनियां किस प्रकार कर्ज के भुगतान के लिए 5G की प्राइस को बनाए रखेंगे।
एक रिपोर्ट के आधार पर 5G Network Service Price In India प्रति महीने 1200 रुपए के करीब हो सकती हैं। जिसके बाद आम व्यक्तियों के लिए यह नेटवर्क बजट के अनुसार काफी अत्यधिक हो जाएगा। ऐसे में 5G नेटवर्क के आने से भारत में महंगाई की मार अत्यधिक बढ़ जाएगी।