बढ़ती महंगाई के कारण आजकल आम आदमी को बहुत सारे तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है लेकिन एक बहुत ही बड़ी खबर आरबीआई की तरफ से आ रही है कि वह अपने लोन की ब्याज दरों में थोड़ी बढ़ोतरी करने जा रही हैं. एक रिपोर्ट में कहा गया है कि महंगाई की दर 2022 और 2023 के वर्ष में 6.8% तक रह सकती हैं. आरबीआई द्वारा 2 से 6% तक का लक्ष्य रखा गया है लेकिन यह खुदरा महंगाई दर इस लक्ष्य से ऊपर जा रही है इसलिए आरबीआई कुछ नए फैसले ले सकता है जिसमें विशेष तौर पर ब्याज दरों को टारगेट किया जा रहा है. अगर महंगाई दर इसी तरह से बनी रही तो धीरे-धीरे आरबीआई अपनी ब्याज दरों को बढ़ा देगा और यह 5.65% तक जा सकती हैं.
बढ़ती महंगाई के चलते आरबीआई(RBI) ले सकता है अगले हफ्ते में कुछ फैसले
देश में महंगाई काफी ज्यादा बनी हुई है सरकारी से नीचे लाने के लिए कड़े से कड़े प्रयत्न कर रही हैं लेकिन महंगाई दर बदर बढ़ती ही जा रही है इसी को चिंता में लाने के लिए सरकार द्वारा कई सारे प्रयास किए जा रहे हैं. इसी बीच भारतीय रिजर्व बैंक(RBI) की मौद्रिक नीति समिति की बैठक भी अगले हफ्ते होनी है जिसमें विशेषज्ञों का मानना है कि ब्याज दर बढ़ाई जा सकती है और कई अन्य फैसले लिए जा सकते हैं जिससे कि महंगाई की दर नियंत्रण में आए. ब्याज दर बढ़ने के कारण ऐसा भी हो सकता है कि लोन की ईएमआई थोड़ी सी बढ़ती कीमतों के साथ आपको जमा करनी पड़े.
अगले हफ्ते बढ़ सकती है रेपो दर

रेपो रेट वह कर्ज होता है जो कि रिजर्व बैंक द्वारा बाकी अन्य बैंक को किसी निश्चित या छोटी ब्याज दर पर दिया जाता है इसे ही रेपो रेट कहा जाता है. ऐसा बताया जा रहा है कि आरबीआई 6 से 9 जून को होने वाली बैठक में रेपो दर को बढ़ाया जा सकता है पिछली बार जब अप्रैल में भारतीय रिजर्व बैंक की मीटिंग हुई थी तब इस रेट में ना तो बढ़ोतरी या ना कटौती की गई थी लेकिन अभी हालात देखते हुए इस रेट को 0.40% बढ़ाया जा सकता है.
भारत में टमाटर ने बढ़ाई है महंगाई
भारत की जानी-मानी कंपनी बोफा सिक्योरिटीज का कहना है कि भारत में टमाटर की कीमतों से मई महीने में महंगाई में इजाफा हुआ है. टमाटर की बढ़ती कीमतों के कारण मुख्य महंगाई दर 7.1% हो चुकी है. ऐसे में आरबीआई का ब्याज दर बढ़ाना लगभग तय माना जा रहा है. हालांकि सरकार पेट्रोल-डीजल और सोयाबीन पर टैक्स मैं कटौती करने के लिए विविध प्रयास कर रही हैं.
भविष्य में और महंगा हो सकता है लोन
भारत कि एक भरोसेमंद कंपनी का कहना है कि महंगाई अगर इसी प्रकार चलती गई तो लोन अगली मीटिंग ही नहीं जबकि आने वाली आरबीआई की हर मीटिंग में कुछ ना कुछ ब्याज दर बढ़ती ही चाहिए जिसके चलते आम आदमी का लोन लेना लगभग थोड़ा कठिन हो जाएगा. सूत्रों के मुताबिक पता चला है कि आरबीआई अगस्त में एक बार फिर अपनी ब्याज दरों को 0.35 से 0.50% के बीच में बढ़ा सकता है. हालांकि आरबीआई की 6 जून को होने वाली मीटिंग में यह पता चल जाएगा कि आरबीआई का लोन की ब्याज दरों को बढ़ाने का इरादा है या नहीं.