

News: 48 लाख वर्कर्स और 70 लाख पेंशनर्स को सरकार ने दिया सबसे बड़ा फायदा, महंगाई भत्ते में हुई भारी बढ़ोतरी

News: पेंशन योजना को लेकर पूरे देश भर में कर्मचारी पिछले दिनों से हड़ताल कर रहे हैं जहां अब सरकार ने नई पेंशन योजना को लेकर देश के करीब 48 लाख वर्कर्स और 70 लाख पेंशनरों को वर्ष 2023 का सबसे बड़ा फायदा पहुंचाया है जहां हाल फिलहाल में ही सरकार द्वारा नई पेंशन योजना पर कर्मचारियों के हित में ऐलान किया गया है । केंद्रीय मंत्रिमंडल ने शुक्रवार को महंगाई भत्ता और महंगाई राहत 4 फीसदी से बढ़ाकर 42 फीसदी कर दिया है । इससे केंद्र सरकार के 47.58 लाख कर्मचारियों और 69.76 लाख पेंशनभोगियों को सीधा लाभ होगा।केंद्रीय मंत्रिमंडल के आर्थिक मामलों की समिति की बैठक के बाद महंगाई भत्ता और महंगाई राहत बढ़ने से सरकारी पूंजी पर सालाना 12,815.60 करोड़ रुपये का असर पड़ेगा।
48 लाख वर्कर्स और 70 लाख पेंशनर्स को सरकार ने दिया सबसे बड़ा फायदा
सरकारी कर्मचारियों को महंगाई से राहत देने के लिए सरकार का यह सबसे बड़ा फैसला है जहां पिछले दिनों पुरानी पेंशन योजना और नई पेंशन योजना में सुधारों को लेकर विपक्षी पार्टियां और देशभर के कर्मचारी अलग-अलग राज्यों में सरकार का विरोध करते हुए रोजाना नहीं मांग कर रहे थे जिसको देखते हुए अब सरकार ने आधिकारिक फैसला ले लिया है। पिछले दिनों वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सरकारी कर्मचारियों के हित में कार्य करने के लिए कई कमेटियां गठित करने के आदेश दिए थे जिसके अब तुरंत बाद सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने सरकारी कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ते में राहत देने की आधिकारिक घोषणा कर दी है।
पुरानी पेंशन को रिप्लेस कर लागू की थी नई पेंशन योजना
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि वर्ष 2004 में पुरानी पेंशन योजना को रिप्लेस करते हुए सरकार ने नई पेंशन योजना (NPS) को लागू किया था जिसके बाद से ही देश भर के कर्मचारियों में नई पेंशन योजना को लेकर कुछ बदलाव की मांग उठ रही थी। अब महंगाई भत्ते के साथ सरकार द्वारा इस नए ऐलान को 1 जनवरी 2023 से ही कर्मचारियों के हित में लाया जाएगा जहां पेंशन की अतिरिक्त राशि दी कर्मचारियों को 1 जनवरी 2023 से ही मिलेगी। हाल ही में सरकार द्वारा गठित की गई कमेटी एजेंडा और ब्यौरा तैयार करते हुए उन सभी कर्मचारियों को लाभ देने की तैयारी में है जो नई पेंशन योजना के तहत अतिरिक्त पेंशन और महंगाई भत्ते के लाभ से वंचित रहे हैं।
